October 16, 2024

Kainchi Dham of Sri Baba Neeb Karori ji Maharaj:The Divine Reality

आप सोच रहे होंगे कि motivational blogs में कैची धाम पर क्यों लिखा जा रहा है !आपको बताते हैं कि यदि आप में से कोई भी निम्न स्थिति में है:

1- शिक्षा पूरी करने के बाद आप एक ऐसी पशोपेश में पड़े हैं कि क्या किया जाए?आपको कुछ समझ नहीं पा रहा कि किस दिशा में आगे बढ़े और क्या करें?

2- कई business में आप किस्मत आजमा चुके हैं और आपको सफलता नहीं मिल रही है। आप हतप्रभ हैं कि क्या करें ?

3- यदि आप जॉब कर रहे हैं परंतु जॉब छोड़कर अपना कोई business करना चाहते हैं, आपको कुछ सूझ नहीं रहा ,कैसे करें ?क्या करें ?

ऐसे ही कई विषम परिस्थितयां जब जीवन में आती हैं, तो हमें कोई मार्गदर्शन नहीं मिलता। हम कंफ्यूज़ हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में हमें एक अलौकिक मार्गदर्शन (Divine Guidance) की जरूरत पड़ती है। अगर आपको भी ऐसा महसूस हो रहा है या आप जिंदगी के ऐसे पड़ाव पर खड़े हैं ,तो आप सही जगह पर, सही वक्त पर और सही आर्टिकल पढ़ रहे हैं। चलो ले चलते हैं, आपको आज विश्व विख्यात कैची धाम: The Divine Reality। कैंची धाम भवाली नैनीताल से लगभग 9 किलोमीटर की दूरी पर भवाली – अल्मोड़ा मोटर मार्ग पर स्थित है। कैंची धाम आश्रम की स्थापना बाबा नीम करोली महाराज ने की थी । स्थान का नाम कैची, मोटर मार्ग में दो तीव्र मोड़ों(two hair pin bends) के कारण रखा गया है।

हिमालय की गोद में बसा कैची धाम ,अपने पावन , रमणीक वादियों एवं अलौकिक सुंदरता के कारण आगंतुको के मन को शांति प्रदान करता है। यह भूमि अनंत काल से ऋषि मुनियों की तप स्थली रही है। भक्त यहां आकर इस दिव्य एवं लुभावने तीर्थ स्थल में खो जाते हैं। भक्तजन यहाँ वर्ष भर आते रहते हैं तथा बाबा नीम करौली के चरणों में श्रद्धा पुष्प अर्पित करते हैं। श्री बाबा नीम करोरी महाराज जी को हनुमान जी का अवतार भी माना जाता है। बाबा जी बेहद साधारण जीवन जीने में विश्वास रखते थे। दिनांक 24/5/1962 को बाबा नीमकरोरी ने यहां कैंची धाम की भूमि पर कदम रखे और उनके चरणों के स्पर्श मात्र से यह भूमि धन्य हो गई। 15 जून 1964 को यहाँ पर हनुमान मूर्ति की प्रतिष्ठा की गई तभी से हर वर्ष 15 जून को यहां विशाल मेले व भंडारे का आयोजन किया जाता है।यहां की कई चमत्कारिक घटनाएं श्री बाबा नीम करोली महाराज जी से जुड़ी हुई है। एक बार की बात है, भंडारे में घी की कमी पड़ गई थी। बाबा जी के कहने पर नीचे बहती नदी से कनस्तर से जल भरकर लाया गया उसे प्रसाद बनाने में प्रयोग करते ही जल घी में बदल गया। इस चमत्कार के सभी भक्तजन नतमस्तक हो गए।

बाबा नीम करौली जी महाराज को यह स्थान बहुत प्रिय था। प्रायः गर्मियों में वह यहीं रहते थे। भक्तगणों ने यहां पर भव्य मंदिर बनवाया, जिसमें हनुमान की मूर्ति के अलावा अन्य देवताओं की मूर्ति भी स्थापित है। बाद में बाबा नीम करौली जी महाराज जी की एक बड़ी मूर्ति की भी स्थापना की गई है। देश विदेश से हजारों लोग यहां प्रकृति की शांति और अलौकिक शक्ति का आशीर्वाद लेने आते हैं। बाबा नीम करोली महाराज जी के दुनियाभर में 108 आश्रम है। कैंची धाम और अमेरिका में न्यू मैक्सिको सिटी स्थित ताउस आश्रम सबसे बड़े हैं। बाबा की जीवन शैली बहुत साधारण थी। चाहे आम आदमी हो,छोटा आदमी, बड़ा आदमी ,हर धर्म का, हर समुदाय का ,हर देश का आदमी उनका अनुयाई था। बॉलीवुड के अभिनेत्री जूलिया रॉबर्ट्स, एप्पल के फाउंडर स्टीव जॉब्स और फेसबुक के फाउंडर मार्क जुगर बर्ग जैसी हस्तियां बाबा के भक्त हैं।

27 सितंबर 2015 को जब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी फेसबुक के मुख्यालय में थे और उनका discussion चल रहा था, तो मार्क जुकरबर्ग ने कहा कि जब वह कंफ्यूजन में थे कि फेसबुक को बेचा जाए या नहीं? तब एप्पल के फाउंडर स्टीव जॉब ने उन्हें भारत में कैंची धाम मंदिर जाने की सलाह दी थी। वहां जाकर ही मार्क ज़ुकरबर्ग को कंपनी के लिए नया मिशन मिला वह एक महीना इंडिया में ही रहे थे और कैंची धाम भी गए थे।1974 में स्टीव जॉब भी आध्यात्मिक ज्ञान की प्राप्ति के लिए कैंची धाम बाबा नीम करौली से मिलने आए थे। पर तब तक बाबा जी अपनी देह छोड़कर परम ब्रह्मम में विलीन हो चुके थे। स्टील जॉब कुछ दिन कैंची आश्रम में रुके थे और उन्हें यहां से आध्यात्मिककी प्रेरणा मिली थी। इसके अलावा जूलिया रॉबर्ट , डॉक्टर रिचर्ड अल्बर्ट महान शोध विज्ञानिक और मशहूर लेखक डेनियल भी कैंची धाम आ चुके हैं।

सभी भक्तजनों का मानना है कि बाबा की अलौकिक कृपा से भक्त जनों के सभी बिगड़े काम बन जाते हैं और उन्हें सही मार्गदर्शन मिलता है। श्री बाबा नीमकरोरी जी महाराज ने सदैव “वसुदेव कुटुंबकम” की भावना से अलौकिक ज्ञान को संपूर्ण मानव जाति के लिए अर्पित किया है। बाबा ने कहा है : “सारा संसार हमारा घर है, धरती पर रहने वाले सभी मनुष्य एक परिवार है ।यह भगवान का परिवार है ।भगवान को किसी एक स्वरूप में देखने से अच्छा है कि हम सभी में भगवान का रूप देखें”।

आशा है आप को यह आर्टिकल अच्छा लगा होगा। आप अपने विचार या इससे सम्बधित अनुभव हमें बताएं। इसके लिए comment बॉक्स में जाएं या हमारी ईमेल आईडी,: igyansetu@gmail.com पर मेल भेजें।

आप जीवन में सफ़ल हों।
सस्नेह आपका

Bhandari.D.S.

Bhandari.D.S.

Bhandari.D.S.

He is a passionate inspirational writer. He holds Masters degree in Management and a vast administrative and managerial experience of more than three decades. His philosophy : "LIFE is Special. Be passionate and purposeful to explore it, enjoy it and create it like an artefact".

View all posts by Bhandari.D.S. →

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *