November 24, 2024

How to Think Outside the Box in a Crisis situation

साथियों आज के विषय को पढ़कर मुझे एक बहुत पुरानी कहानी याद आ रही है। यह कहानी out of box thinking का एक नायाब नमूना है।

चलो पहले आपको कहानी बताता हूं। पुराने समय की बात है जंगल में बंदरों का एक बहुत बड़ा झुंड रहता था। उनका एक लीडर (leader) था ,जो कि बहुत बलशाली होने के साथ ही बुद्धिमान (intelligent) भी था। इस झुंड में लगभग 500 बंदर थे। एक दिन बंदरों का झुंड जंगल में घूमते घूमते बहुत दूर जा पहुंचा। अब झुंड के सभी सदस्य विशेषकर माता एवं उनके बच्चे थक चुके थे। सभी पानी की प्यास से व्याकुल हो रहे थे। आसपास पानी भी कहीं दिखाई नहीं दे रहा था।लीडर ने झुंड को एक स्थान पर रहने का आदेश दिया और झुंड के उत्साही बंदरों की टीम बनाई और उन्हें पानी ढूंढने के लिए चारों दिशाओं में भेजा। कुछ समय में एक साहसी बंदर वापस आया और उसने बताया कि पूर्व दिशा में एक जलाशय( big pond)है। लीडर झुंड को लेकर जलाशय की ओर चला। सभी बंदर पानी पीने के लिए आतुर थे। लीडर ने सभी को तालाब से दूर रहने को कहा। Leader ने अपने कुछ intelligent बंदरों के साथ तालाब का निरीक्षण किया। तालाब के inspection के बाद लीडर ने पाया कि जानवरों के पांव के निशान जलाशय के पास जा तो रहे थे पर वापस आने के कोई निशान दिखाई नही दे रहे थे। इसका मतलब यह हुआ जो भी जानवर पानी पीने गया वह वापस नहीं लौटा। लीडर ने निष्कर्ष निकाला कि जो भी जानवर तालाब में पानी पीने जाता है ,वह वापस लौट कर नहीं आता। जरूर तालाब में कोई ख़तरा है या कोई राक्षस रहता है।यह जानकर सभी बंदर बहुत ही उदास हो गये। Leader ने आसपास की जंगल का निरीक्षण किया, उसने पाया कि वहां bamboo (बेंत ) के पेड़ हैं। लीडर ने आदेश दिया कि बेंत को तोड़ के लाया जाए। फिर उनसे नली बनाई गई, और उस नली के सहारे पानी को दूर रहकर भी पिया जा सकता था।सब ने एक-एक करके पानी पी लिया।तालाब के अंदर रहने वाला राक्षस जो कि पहले बहुत खुश हो रहा था की आज बहुत खाना मिलेगा, अब मन मसोसकर रह गया क्योंकि वह पानी से बाहर नहीं आ सकता था।
इस तरह लीडर ने अपनी सूझबूझ और thinking outside of the box के कारण सभी बंदरो की जान बचा ली।

इस कहानी के विश्लेषण से हमें पता चलता है कि नया environment हमारे लिए नया चैलेंज लेकर आता है ,नई एनवायरमेंट में उतावली में कोई भी decisionनहीं लेना है। अपने existing knowkedge एवं experience के बेस पर situationको appreciate करें। यह Appreciation of Situation आपको नई चुनौतियों को समझने में मदद देगा। यदि आपने चैलेंज और situation को figure out कर लिया , तो अब आपको challenging situation को solve करने के लिए आउट ऑफ बॉक्स थिंकिंग करनी होगी। यहां पर आपकी creativity और openness of mind आपके काम आएगी। जिस प्रकार monkeys के लीडर ने बेंत की लकड़ी से नली बनाकर आउट ऑफ बॉक्स थिंकिंग का परिचय दिया उसी प्रकार आपको भी ऐसी सिचुएशन में thinking outside of the box का परिचय देना होगा।

आशा है यह कहानी आपको crisis situation में नए इनोवेटिव solutions ढूंढने के लिए प्रेरित करेगी।आप इस बारे में अपने विचार या इससे सम्बधित अनुभव हमें बताएं। इसके लिए comment बॉक्स में जाएं या हमारी ईमेल आईडी,: igyansetu@gmail.com पर मेल भेजें।

आप जीवन में सफ़ल हों।
सस्नेह आपका

#Bhandari.D.S.

Bhandari.D.S.

Bhandari.D.S.

He is a passionate inspirational writer. He holds Masters degree in Management and a vast administrative and managerial experience of more than three decades. His philosophy : "LIFE is Special. Be passionate and purposeful to explore it, enjoy it and create it like an artefact".

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One thought on “How to Think Outside the Box in a Crisis situation

  1. Short, Simple and Specific Story Sir,,,, Very excellent message for “Thinking Out of the Box”…. Regards

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