October 16, 2024

संत कबीर के दोहे। #Santkabirkedohe.

कबीरदास जी भक्तिकाल के महान कवियों में से एक हैं। संत कबीर अद्वितीय प्रतिभा के धनी थे। भारतीय संस्कृति की रूढ़िवादिता एवं आडंबरों पर उन्होंने …

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राष्ट्र कवि -मैथिली शरण गुप्त की दो कविताएं #maithilisharangupta

1) आर्य-हम कौन थे हम कौन थे, क्या हो गये हैं, और क्या होंगे अभी आओ विचारें आज मिल कर, यह समस्याएं सभी भू लोक …

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जाने दे…………………………. poem by #Bhandari.D.S.

जाने दे…………………………. दर्द ऐ दिल बढ़े तो हद से बढ़ जाने दे। दिल सिसकता है, तो सिसक जाने दे। जब उमड़ेगा सैलाब जज्बातों से भरा। …

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हरिवंश राय बच्चन की दो कविताएं. #bachchan

अग्निपथ / हरिवंश राय बच्चन वृक्ष हों भले खड़े, हों घने हों बड़े, एक पत्र छाँह भी, माँग मत, माँग मत, माँग मत, अग्निपथ अग्निपथ …

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अकाल और उसके बाद – नागार्जुन. #Nagarjuna

अकाल और उसके बाद कई दिनों तक चूल्हा रोया, चक्की रही उदास  कई दिनों तक कानी कुतिया सोई उनके पास  कई दिनों तक लगी भीत …

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मैं नीर भरी दुख की बदली: महादेवी वर्मा #mahadeviverma

मैं नीर भरी दुख की बदली! स्पन्दन में चिर निस्पन्द बसा क्रन्दन में आहत विश्व हँसा नयनों में दीपक से जलते, पलकों में निर्झारिणी मचली! …

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पुष्प की अभिलाषा #माखनलाल चतुर्वेदी

पुष्प की अभिलाषा।           #Pushpkiabhilasha चाह नहीं, मैं सुरबाला के गहनों में गूँथा जाऊँ, चाह नहीं प्रेमी-माला में बिंध प्यारी को ललचाऊँ, …

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