सारे देश में COVID-19 के कारण Coronavirus pandemic को देखते हुए Prime Minister जी ने 25 मार्च 2020 से 21 दिन का लॉक डालन घोषित किया गया। जिसको फिर 3 मई 2020 तक बढ़ाया गया। इस दौरान देश भर के सभी स्कूल कॉलेज बंद है ।परंतु सभी टीचर और बच्चे पढ़ाई में व्यस्त हैं यह कैसे संभव हो रहा है ? चलो खुद ही चल कर देखते हैं।
पहला दृश्य :
सुबह के 9:00 बजे श्रीमती अंजू का घर ।उसके दोनों बच्चे कक्षा 1 और 3 में मॉडल स्कूल में पढ़ते हैं। दोनों नाश्ता कर रहे हैं। 9:30 बजे दोनों अच्छी ड्रेस पहन कर तैयार है। 10:00 बजे दोनों की ही लर्निंग लाइव क्लास शुरु हो गई है ,जो कि अगले 2 घंटे तक चलेगी ।उन्हें होमवर्क और वर्कशीट भी मिलती है ,जिसको वो इवनिंग को पूरा करते हैं।
दूसरा दृश्य:
यह श्रीमती मीना जी का घर है ,जो विजन इंटरनेशनल स्कूल में प्राइमरी टीचर हैं। दिन के 3:00 बजे है ,वह अपने पति की मदद से फूड के चैप्टर पर यूट्यूब वीडियो बनाने वाली है। शाम के 5:00 बजे हैं अब जाकर वह यूट्यूब वीडियो बनाने में कामयाब हुईं।शाम के 7:00 बजे श्रीमती मीना जी स्टूडेंट्स द्वारा की गई वर्कशीट को चेक कर रही हैं।
इस तरह के दृश्य हर घर में देखने को मिल रहे हैं। देखा जाए तो Corona Lock Down ने स्टूडेंट , टीचर और पैरंट्स को Digital learning की ओर ले जाने का महत्वपूर्ण कार्य किया है।ऐसा नहीं है कि सभी टीचर, स्टूडेंट्स इस digital learning में trained थे। कहते हैं कि आवश्कता ही अविष्कार की जननी है। सबने मिलकर इसको एक challenge की तरह लिया और digital learning domain में कदम रखा।
आओ समझते हैं यह डिजिटल लर्निंग क्या है?
Digital Learning में स्मार्ट टीचिंग टेक्निक्स और विभिन्न प्रकार के टेक्नोलॉजी एवं applications का प्रयोग करके परंपरागत लर्निंग को enhance किया जाता है। ई लर्निंग तथा virtual learning भी डिजिटल लर्निंग के ही हिस्से हैं। Digital लर्निंग को कहीं भी किसी भी समय किया जा सकता है । इसमें समय व स्थान का कोई constraint नहीं होता। इसके लिए ब्लैकबोर्ड और चॉक की जरूरत नहीं होती। इसमें trainer के समय की बचत भी होती है और स्टूडेंट को बेहतर ढंग से समझाया जा सकता है। Digital लर्निंग के पूरे learning process में पूरी transparency होती है। यदि डिजिटल लर्निंग को सही सोच के साथ plan किया जाए तो यह स्टूडेंट के मानसिक विकास एवं लक्ष्य प्राप्ति में बहुत ही सहायक होती है।
डिजिटल लर्निंग के विभिन्न टूल्स और स्ट्रेटेजी इस प्रकार से हैँ:
1- क्लास रूम टेक्नोलॉजी स्मार्ट क्लासरूम
2- E – Books
3- मोबाइल लर्निंग :मोबाइल ,लैपटॉप ,आईपैड ,कंप्यूटर द्वारा।
4- ई लर्निंग या ऑनलाइन क्लासेस।
5-OERs: ओपन एजुकेशनल रिसोर्सेस on internet।
6,- वर्चुअल लर्निंग : कुछ खास सॉफ्टवेयर एंड हार्डवेयर की मदद से आर्टिफिशियल एनवायरनमेंट create किया जाता है जिसमें user को उसमें real एनवायरमेंट की feel दी जाती है ।इसमें यूजर को sight and sound से experience दिया जाता है। गेम ,सिमुलेटर ट्रेनिंग फॉर पायलट ,फायरिंग प्रेक्टिस ऑन सिमुलेटर इसके उदाहरण हैं।
21वीं सदी को Digital Era के नाम से भी जाना जाता है।विदेशों में डिजिटल लर्निंग काफी एडवांस हो चुकी है।हमारे देश में भी अब यह काफी पॉपुलर हो रही है।आशा है corona virus के कारण इस unprecended lock down के समय में सभी stake होल्डर्स i.e. एजुकेशन इंस्टिट्यूट, ट्रेनर या टीचर, स्टूडेंट्स, parents को डिजिटल लर्निंग की importance का पता चलेगा और सब मिलकर डिजिटल लर्निंग की techniques में expertise हांसिल करेंगे।
उम्मीद है कि आप सभी Digital Learning की different tools को उपयोग करके इसको पॉपुलर बनाएंगे।
Stay fit, Stay Healthy : Be positive.
सस्नेह आपका
Bhandari.D.S.