भारत सहित पूरा संसार कोरोना(Covid-19 epidemic) महामारी की चपेट में है । इससे विश्व के सभी देशों की अर्थव्यवस्था पर काफी बुरा प्रभाव पड़ा है। इस महामारी के फैलने के लिए जिम्मेदार covid-19 वायरस चीन के व्वुहान शहर से फैलना शुरू हुआ। अक्सर यह बात उठती है कि यह वायरस अप्राकृतिक रूप से जन्मा है और इस में चीन का हाथ होने की तरफ विश्व के सभी बड़े Political Leaders ने बार-बार इशारा किया है। कोरोना की इस महामारी ने सभी की जिंदगी को जीने के तौर तरीकों को बदल कर रख दिया है । Lock down, कंटेनमेंट जोन, रेड जोन, social distancing, mask ,senitizers आदि आम आदमी के जिंदगी के अहम हिस्सा बन चुके हैं। इस बीच ऐसी खबर आ रही है कि चीन भारत की सीमा पर सैनिक गतिविधियां बढ़ा रहा है। सैनिकों की अधिक तादाद और हथियारों का जखीरा L.A. C. के नज़दीक तैनात करना शुरू कर दिया है। यह खबर भी आती है कि उसने अपना ड्रोन हेलीकॉप्टर AR-500 C , जो कि आधुनिक तकनीकी प्रणाली से लैस है भारत सीमा पर तैनात किया है। इस सबके बीच भारत में टीवी समाचार और डिबेट में एक शब्द बार-बार सुना जा रहा है, वह है : इन्फो वार फेयर (Info Warfare)। यानी की – Inoformation Warfare (सूचना संग्राम)। कई सामरिक विशेषज्ञों का मानना है कि चीन के अंदरूनी हालात काफी खराब हैं , फैक्ट्रीज बंद है, लोग बेरोजगार हैं और जनता का ध्यान इन बदतर हालातों से हटाने के लिए चीन सीमा पर इस तरह की हरकत कर रहा है। अब प्रश्न उठता है कि इंफॉर्मेशन वारफेयर है क्या ? चलो आज Information Warfare के बारे में जाने।
वर्तमान समय में सूचना को एकत्र करने और उसके आदान प्रदान करने की तकनीक में बहुत प्रगति हुई है। इन तकनीकों को इंफॉर्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी(ICT) के नाम से जाना जाता है। पूरे संसार में सामाजिक तौर पर इन सूचना के आदान प्रदान करने वाली तकनीकों का उपयोग बहुत बड़ा है , जिसके कारण कई सोशल प्लेटफॉर्म और नेटवर्क जैसे फेसबुक, instagram, youtube,Linkedin, Twitter, Pinterest, Tumblr,google plus व्हाट्सएप ,quoraआदि से विश्व की जनता जुड़ी है और social network आम आदमी की जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुके हैं। आज के समय में कोई भी खबर टीवी में आने से पहले सोशल मीडिया के द्वारा पूरे विश्व में मिनटों में फैल जाती है। इन सोशल प्लेटफॉर्म में केवल सूचना का आदान प्रदान नहीं होता बल्कि जनता उन सूचनाओं के बारे में क्या सोचती है, उसकी क्या प्रतिक्रिया है, उसका भी पता चलता है। इस परिपेक्ष में इनफार्मेशन वारफेयर की importance बहुत बढ़ जाती है।
Information Warfare एक तरह का मनोवैज्ञानिक युद्ध ( Psychological Warfare) है। किसी भी युद्ध की सफलता सैन्य कार्यवाही पर ही निर्भर नहीं करती बल्कि मनोवैज्ञानिक तरीकों को अपनाकर शत्रु के मनोबल को तोड़ दिया जाता है। सैन्य कार्यवाही युद्धकाल तक ही सीमित होती है। जबकि मनोवैज्ञानिक युद्ध शांतिकाल में भी चलता रहता है। मनोवैज्ञानिक युद्ध ( #Psychological Warfare) और आधुनिक इनफार्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी (#ICT) को मिलाने के बाद मनोवैज्ञानिक युद्ध एक नया रूप ले लेता है , जिसे इंफॉर्मेशन वारफेयर (#Information Warfare) के रूप में जाना जाता है।
इसके मुख्य तत्व निम्न लिखित हैं:
1-इसका उद्देश्य विरोधी पर competitive advantage पाना है।
2-इसका उद्देश्य विरोधी का मनोबल तोड़ना है। जिससे उसकी लड़ने की इच्छाशक्ति(will to fight) खत्म हो जाये।
3-इसमें सूचना को एकत्र किया जाता है, उसकी सत्यता की पुष्टि (verification of information)की जाती है।
4-इस सूचना का सही समय पर विरोधी के खिलाफ दुप्रचार (#Propoganda)में उपयोग किया जाता है।
5-विरोधी द्वारा अपने बारे में सूचना एकत्र करने के प्रयासों में अवरोध (to deny own information to enemy) पैदा किया जाता है।
Types ऑफ information warfare:
1- #Hackers warfare हैकर्स युद्ध
2- #Psy Ops मनोवैज्ञानिक ऑपरेशन्स
3- #Economic Propoganda आर्थिक अधिप्रचार
4- #Cyber Warfare साइबर युद्ध
5- #Electronic Warfare इलेक्ट्रॉनिक युद्ध
6- #Disinformation compaign दुस्ससूचना प्रचार
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सस्नेह आपका
#Bhandari.D.S.