November 24, 2024

JATAK TALES: सिंह और सियार : Lessons to be learnt.

जातक कथा में सिंह और सियार की कहानी का वर्णन इस प्रकार से है। हिमालय के जंगलों में एक गुफा में एक बलवान शेर रहता था। एक दिन वह भैंसे का शिकार करके गुफा की और लौट रहा था। तभी रास्ते में एक दुबला पतला सियार मिला और उसने शेर को दंडवत प्रणाम किया। उसके सिंह से प्रार्थना की – “सरकार में आपका सेवक बनना चाहता हूं। कृपया आप मुझे अपनी शरण में ले ले। मैं आपकी सेवा करूंगा तथा आपके द्वारा छोड़े गए शिकार के मांस से मेरा गुजारा हो जाएगा।” शेर ने उसकी बात मान ली और उसे एक दोस्त की तरह अपनी शरण में रख लिया। कुछ समय में शेर के साथ रहकर उसके छोड़े हुए शिकार के मांस को खाकर सियार बहुत मोटा ताजा हो गया। शेर के साथ रहकर वह उसका पराक्रम और ताकत देखता ,वह मन ही मन अपने को भी शेर के समान ताकतवर समझने लगा।

एक दिन सियार ने सिंह से कहा-“अरे सिंह ! मैं भी अब बहुत बलशाली हो गया हूं क्योंकि जो मांस आप खाते हैं वही मैं भी खाता हूं। आज मैं हाथी का शिकार करूंगा और उसका मांस खा लूंगा। जो मांस बच जाएगा वो मैं तुम्हारे लिए छोड़ दूंगा।” शेर सियार को मित्र के समान मानता था इसलिए उसने सियार के कहा का बुरा नहीं माना और उसको समझाया कि वह ऐसा ना करें। इससे उसको क्षति हो सकती है। परन्तु सियार को समझ नहीं आया क्योंकि वह बहुत घमंडी हो गया था। उसने सिंह की सलाह को नहीं माना। सियार ने देखा कि पहाड़ के नीचे हाथियों का एक छोटा सा झुंड जा रहा था। सियार ने सिंहनाद की तरह सियार की आवाज में जोर जोर से तीन बार आवाज निकाली। वह एक बड़े हाथी के ऊपर कूदा। वह हाथी के ऊपर ना गिर कर उसके पैरों के आगे जा गिरा। हाथी अपनी मस्तानी चाल से चल रहा था, वह अपना अगला पैर सियार के सिर के ऊपर रखकर आगे बढ़ गया। सियार का सिर तत्काल चकनाचूर हो गया और उसके प्राण पखेरू उड़ गए। पहाड़ के ऊपर से शेर सियार की हरकत देख रहा था और उसने कहा-
” जो मूर्ख और घमंडी होते हैं ,उनकी यही गति होती है।”

इस कहानी से वर्तमान में हमें क्या शिक्षा मिलती है?Lessons to be learnt in modern context:

1#हमें अपनी abilities औऱ strength को ध्यान में रखकर ही अपने Goal सेट करने चाहिए।

2#Stupid और incompetent लीडर unrealistic टारगेट सेट करते हैं,जो कि आत्म हत्या के समान है।

3#सिंह के साथ रहने से सियार सिंह की तरह ताकतवर नहीं हो जाता। As leader while selecting a team, we can not substitute a Lion with a jackal.

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आप जीवन में सफ़ल हों।
सस्नेह आपका

Bhandari.D.S.

Bhandari.D.S.

Bhandari.D.S.

He is a passionate inspirational writer. He holds Masters degree in Management and a vast administrative and managerial experience of more than three decades. His philosophy : "LIFE is Special. Be passionate and purposeful to explore it, enjoy it and create it like an artefact".

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